दलित युवक की हत्या का खुलासा,आरोपी की पत्नी की भी मौत

तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले के श्रीडूंगरगढ़ में एक दलित युवक की मिली लाश के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए आरोपी को पकड़ लिया है। युवक को उसी के चाचा ने मारकर उसका शव सड़क किनारे फैंक दिया था। एसपी योगेश यादव, एडिशनल एसपी ग्रामीण सुनील कुमार के निर्देशन में सीओ दिनेश कुमार की टीम ने मामले का 24 घण्टे में खुलासा कर दिया है। श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण व शेरुणा थानाधिकारी रामचंद्र ढाका की टीम जांच में जुटी रही। ढाका की अगुवाई में सेरूणा पुलिस थाना टीम ने दिन भर में करीब एक दर्जन लोगों से पूछताछ करते हुए छानबीन की। मजे की बात तो यह है कि मोर्चरी के बाहर बैठे परिजनों में मृतक कुशाल मेघवाल का चाचा डालूराम भी बैठा था और हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहा था।
मृतक ने चाचा के साथ बैठ कर पी शराब
शनिवार शाम मृतक श्रीडूंगरगढ़ के एक निजी अस्पताल में अपनी बेटी को दिखाने आया और लौटते हुए आरोपी की ढाणी में ही ठहर गया। दोनों खाना खाने के बाद जमकर शराब पी और सोने चले गए। थोड़ी देर बाद आरोपी उठा तो अपनी पत्नी को मृतक के साथ देखकर अपना आपा खो बैठा और कुल्हाड़ी उठाकर मृतक के सिर पर दाहिनी ओर वार किया। कुशाल की मौके पर ही मौत हो गई। 45 वर्षीय डालूराम और उसकी 40 वर्षीय पत्नी गौरादेवी ने शव को ऊंट गाड़े में डाला और बेनिसर अंडर ब्रिज पार करते हुए सड़क पर चढ़े। यहां सड़क पर शव को पटक कर अपनी ढाणी चले गए। सुबह ग्रामीणों के एकत्र होने पर आरोपी भी मौके पर आया और परिजनों के साथ हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग करने लगा। सेरूणा थानाधिकारी कल दोपहर ढाणी पहुंचे व पूछताछ करते हुए हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, गाड़ा, शव को ढकने में काम लिया तिरपाल आदि सामान बरामद कर लिया।
गौरादेवी की मौत
उधर हत्या के आरोपी डालूराम की आरोपी पत्नी की आज सुबह 5.30 बजे की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। शव श्रीडूंगरगढ़ चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेन पायलट ने महिला को देखकर उसे बचाने का प्रयास करते हुए ट्रेन को रोका। परन्तु महिला को टक्कर लग गयी जिससे उसकी मौत हो गयी।
पुलिस ने बरती संवेदनशीलता
पूरे घटनाक्रम में धरने पर बैठे परिजनों व रिश्तेदारों से पुलिस अधिकारी धैर्य बरतते हुए समझाईश करते रहें। जब पुलिस के सामने मामले का खुलासा हो गया तब भी पुलिस ने धैर्य बरतते हुए 48 घण्टे का समय मांगा व शव के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाया। शव का अंतिम संस्कार होने के साथ ही पुलिस टीम ने डालूराम पुत्र आदूराम मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेसी नेता केसराराम गोदारा भी पूरे प्रकरण में पुलिस व परिजनों के मध्य समझाईश के सहयोगी रहें।



